मनोरंजन
संजीव कुमार और शबाना आज़मी गुलज़ार साहेब की अनमोल कृति नमकीन -(1982 ) के सेट
राहो पे रहने वाला ये मुसाफिर ‘गेरुलाल ‘है .. सफर करते करते करते एक बार दूर दराज के पहाड़ो में जा कर रुक गया एक छोटा सा गाँव था और उस गांव में टूटा -फूटा सा एक घर … जहाँ चार औरतों का एक अधूरा सा परिवार रहता था.… अम्मा थी साठ से ऊपर की